हंगामे के साथ नगर निगम इंदौर के परिषद सम्मेलन में हुए कई निर्णय

निगम की देनदारी 1600 करोड़, सरकार से लेना है 1200 करोड़, मिल जाए तो दूर हो कड़की

इंदौर। इंदौर नगर निगम में निर्माण कार्य सहित अन्य काम करने वाले सभी ठेकेदारों का निगम पर लगभग 1600 करोड रुपए बकाया है। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम को चुंगी और अन्य मदों में मिलाकर प्रदेश सरकार से इंदौर के हक का 1200 करोड रुपया नहीं मिला। निगम को यह राशि सरकार से मिल जाती है तो ठेकेदारों का बड़ा भुगतान होगा और शहर के विकास के रास्ते खुलेंगे।
यह जानकारी नगर निगम परिषद की बैठक में आज उसे समय सामने आई जब नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौक से ने प्रदेश सरकार के पास इंदौर नगर निगम के हक के रुके हुए पैसे की जानकारी मांग ली। नेता प्रतिपक्ष ने कृष्ण कल के दौरान कहा कि नगर निगम को 1600 करोड़ देना है और हमारे हिस्से का पैसा सरकार के पास भी है और विपक्ष महापौर परिषद के साथ खड़ा है सरकार से चुंगी सहित अन्य मतों की राशि के लिए हमें मांग करना चाहिए। सवाल का जवाब देते हुए नगर निगम महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि प्रदेश सरकार से इंदौर नगर निगम को वर्ष 2017-18 से अब तक लगभग 1000 करोड रुपए कम प्राप्त हुए हैं जबकि इस वित्तिय वर्ष में 142 करोड रुपए कम प्राप्त हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व में शिवराज सरकार और वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव से भेंट कर राशि उपलब्ध करवाने का आग्रह कर चुके हैं।

बहुमत से पास हुए 22 प्रस्ताव
दोपहर बाद 22 प्रस्तावो पर चर्चा हुई, इस दौरान अधिकांश प्रस्ताव भाजपा के बहुमत से पास किए गए। हालांकि कांग्रेस के पार्षदों ने कुछ मामलों में आपत्ति ली तो कुछ प्रस्तावों में काग्रेस ने सुझाव भी दिए।